चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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सभी मोबाइल नंबर आधार से जोड़ने के सख्त आदेश



आधार कार्ड के बिना अब मोबाइल नंबर नहीं मिलेगा। उपभोक्ताओं को मोबाइल नंबर लेने के लिए आधार कार्ड अब अनिवार्य होगा। सभी मोबाइल नबंर्स को आधार कार्ड जुड़ा होना जरूरी होगा। 
डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम द्वारा  टेलीकॉम कंपनियों नोटिस भेजा जा चूका  है जिसमें यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि के मोबाइल नंबर उपभोक्ताओं के  आधार से जुड़े हों। इस प्रक्रिया को 6 फरवरी 2018 तक पूरा करने के लिए कहा गया है। मौजूदा कस्टमर्स का  वेरिफिकेशन फिर से करने के लिए कहा गया है। इनमें प्रीपेड और पोस्टपेड यूजर्स शामिल होंगे। इनकी वेरिफिकेशन आधार कार्ड आधारित E-KYC प्रोसेसर से किया जाएगा। सिम कार्ड्स के वेरिफिकेशन SMS के जरिए होंगे।


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