चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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कैसे लोग कभी धनवान नहीं हो सकते!



 
राम चर‌ित मानस के अरण्य कांड में एक प्रसंग है ज‌िसमें रावण की बहन सूर्पणखा राम और लक्ष्मण से व‌िवाह करने की इच्छा प्रगट करती है। उस समय राम और लक्ष्मण जी ने सूर्पणखा को बताया क‌ि वह उनकी इच्छा पूरी नहीं कर सकते और साथ ही साथ उन्होंने यह भी बताया क‌ि कुछ पुरुषों की इच्छाएं कभी पूरी नहीं हो सकती हैं(अगर इन इच्छाओं का संबंध धन से है)।
आईये जानते हैं कि ऐसे कौन लोग हैं,  जो जीवन में कभी धनवान नहीं हो सकते, अगर आपमें भी यह बातें हैं तो सावधान हो जाईये, क्यूंकि इन आदतों को त्यागे बिना जीवन में हमेशा धन की कमी बनी रहेगी:

जो लोग नशा करते हैं:
ज‌िन लोगों में क‌िसी भी चीज का नशा करने की आदत है, वे कभी धनी नहीं हो सकते। ऐसे व्यक्त‌ि के पास अगर पुरखों का खजाना भी हो तो वह भी जल्द खाली हो जाता है। इसल‌िए धनवान बनने की चाहत है तो नशे से खुद को दूर रखें।
जो व्यभ‌‌िचार में लिप्त हैं:
पराए स्‍त्री पुरुष से संबंध रखने वाले व्यक्त‌ि कभी धनवान और सुखी नहीं हो सकते हैं। इनका धन व्यभ‌‌िचार में नष्‍ट हो जाता है और इन्हें मृत्यु के बाद सद्गत‌ि भी नहीं म‌िलती।
जो धन के पीछे भागते हैं(अर्थात लोभी व्यक्ति) :
जो धन के पीछे ज्यादा भागता है धन और यश दोनों उससे उतनी ही दूर होते जाते हैं। लोभी व्यक्त‌ि न तो अपनी मर्यादा का ध्यान रख पाता है और न दूसरे के सम्मान का इसल‌िए यह आदर रूपी धन से भी वंच‌ित रह जाते हैं।

जो अभिमानी या अहंकारी होते हैं:
अभ‌िमानी व्यक्त‌ि के पास धन अध‌िक समय तक नहीं ठहरता है क्योंक‌ि इनका अहंकार या तो इन्हें ले डूबता है या इनके धन को।
जो नौकरी करते हैं:

नौकरी करने वाले लोग कभी धनी हो सकते हैं। इनके पास भले ही अच्छा बैंक बैलेंस हो जाए लेक‌िन कभी सुखी नहीं रह सकता है क्योंक‌ि इनका सुख इनके स्वामी की खुशी पर न‌िर्भर करता है।


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