जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी - आरती (Jai Ambe Gauri Maiya Jai Shyama Gauri)

  जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी । तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को । उज्ज्वल से दोउ नैना, चंद्रवदन नीको ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै । रक्तपुष्प गल माला, कंठन पर साजै ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ केहरि वाहन राजत, खड्ग खप्पर धारी । सुर-नर-मुनिजन सेवत, तिनके दुखहारी ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती । कोटिक चंद्र दिवाकर, सम राजत ज्योती ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ शुंभ-निशुंभ बिदारे, महिषासुर घाती । धूम्र विलोचन नैना, निशदिन मदमाती ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ चण्ड-मुण्ड संहारे, शोणित बीज हरे । मधु-कैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ ब्रह्माणी, रूद्राणी, तुम कमला रानी । आगम निगम बखानी, तुम शिव पटरानी ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ चौंसठ योगिनी मंगल गावत, नृत्य करत भैरों । बाजत ताल मृदंगा, अरू बाजत डमरू ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ तुम ही जग की माता, तुम ही हो भरता, भक्तन की दुख हरता । सुख संपति करता ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ भुजा चार अति शोभित, वर मुद्रा धारी । [खड्ग खप...

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110वीं बार साइकिल पर वैष्णो देवी की यात्रा कर चुके है राजिन्दर गुप्ता

110वीं बार साइकिल पर वैष्णो देवी की यात्रा कर चुके है राजिन्दर गुप्ता 
14 बार साइकिल से श्री अमरनाथ जी की यात्रा कर चुके है
आपसी भाईचारे व विश्व शांति का सन्देश लेकर साइकिल पर 5 लाख 22 हजार कि.मी. का सफर तय करने वाले भटिंडा निवासी राजिन्दर गुप्ता ने बताया की माँ की कृप्या से वह अब तक जहाँ 5 लाख 22 हजार कि.मी. की सफर तय कर चुके हैं। इसी तरह वह 110वीं बार वैष्णो देवी के दरबार में हाजरी लगवा चुके हैं। इसी तरह से 14 बार भटिंडा से श्री अमरनाथ जी की यात्रा का पड़ाव जोकि 980 कि.मी. का है, को 20 दिनों में पूरा कर चुके है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया की कई बार रस्ते में उन्हें काफी मुश्किलों का सामना भी करना पड़ता है लेकिन कभी भी हिम्मत नहीं हारी। माँ की कृप्या से उन्हें भक्तों द्वारा सहायता दी जाती है। उन्होंने बताया की साढ़े 5 ;लाख कि.मी. की यात्रा साइकिल से पूरी करने के उपरांत उनका नाम गिनीज बुक ऑफ़ में आ जाएगा, जिसके लिए वह प्रयासरत हैं ।







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