चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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नहीं रहीं एक्ट्रेस रीमा लागू, दिल का दौरा पडने से निधन



 

 दिग्गज अभिनेत्री रीमा लागू का गुरुवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।

पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक, रीमा (59) ने एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली। उन्हें बुधवार आधी रात को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
रीमा को फिल्मों और छोटे पर्दे पर मां की भूमिका निभाने के लिए जाना जाता रहा है। उनकी लोकप्रिय फिल्मों में ‘हम आपके हैं कौन’, ‘हम साथ साथ हैं’, ‘मैंने प्यार क्यों किया’ और ‘कल हो ना हो’ हैं।
वह फिलहाल छोटे पर्दे पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक ‘नामकरण’ में काम कर रहीं थीं।


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