चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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हम बंजारों की बात मत पूछो - Hum Banjaron Ki Baat Mat Poocho (Kishore, Lata, Dharam Veer)

Movie/Album: धरम वीर (1977)
Music By: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: किशोर कुमार, लता मंगेशकर

हम बंजारों की बात मत पूछो जी
जो प्यार किया तो प्यार किया
जो नफ़रत की तो नफ़रत की
अच्छा ये बात है तो फिर आयेंगे
हम तेरे प्यार को आज़मायेंगे
हम बंजारों की बात...

हम दिल नहीं देते, हम जान देते हैं
हम दिल नहीं लेते, हम जान लेते हैं
ये दुशमनी है, तुम दोस्ती ना समझो
दिल की लगी है, तुम दिल्लगी ना समझो
दिल के मारों की बात मत पूछो जी
जो प्यार किया...

ये तो हैं बंजारे, ये तुम कहो प्यारे
क्या हो जब तड़प के, दिल, दिल को पुकारे
सर हाथ पे रख के, साथी पुराने आये
जो देखते हों, वो यार को ले जाएँ
सच्चे यारों की बात मत पूछो जी
जो प्यार किया...

तुम जो कहते हो, हम वो करते हैं
हम जो करते हैं, तुम वो कहते हो
कुछ शर्त रख लो, मांगो जवानी दें दें
काफी नहीं ये, ये ज़िन्दगानी दें दें
तुम दिलदारों की बात मत पूछो जी
जो प्यार किया...

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