चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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मांसपेशियों' के दर्द का सही इलाज है व्यायाम

*'मांसपेशियों'  के दर्द का सही इलाज है व्यायाम :-*


आज की व्यस्त और भाग-दौड़ भरी जिंदगी में मांसपेशियों में दर्द एक आम समस्या है. अब तो यह 30 साल से ही शुरू होने लगा है l यह दर्द कभी-कभी सताता है, जबकि ज्यादातर लोग इससे स्थायी रूप से परेशान रहते हैं।

इसका सबसे बड़ा कारण है गलत तरीके से बार-बार उठना, बैठना, झुकना या सामान उतारना और रखना।

यह अनियमित जीवन शैली और गलत खान-पान इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण है. शरीर को पर्याप्त मात्रा में  कैल्शियम, Lubrication, Grease नहीं मिलने से हड्डियां वह जोड़ कमजोर हो जाती हैं.
*अधिक वजन कमर, घुटने में दर्द जैसी समस्या को और बढ़ा देता है।*

पेट बढ़ने से रीढ़ पर तनाव बढ़ता है, जिससे कमर दर्द शुरू हो जाता है. अचानक झुकने, वजन उठाने, झटका लगने, गलत तरीके से उठने-बैठने और सोने, कमर दर्द या मांसपेशियों का दर्द होने की प्रमुख वजह है।
*फिर व्यायाम भी ना करना, इस तकलीफ को और ज्यादा कर देता है l*
ऊबड़-खाबड़ रास्तों में तेज ड्राइविंग से भी रीढ़ की डिस्क प्रभावित होती है.
कठोर श्रम या चोट तो कारण हो सकता ही हैl थकान या मांसपेशियों में चोट, इन्फ्लूएंजा, लाइम डिजीज, मलेरिया, डेंगू, मांसपेशी का फोड़ा तथा संक्रमण की वजह से भी दर्द हो सकता है।
*इलेक्ट्रोलाइट का असंतुलन जैसे-पोटैशियम या कैल्शियम की मात्रा बहुत कम होना भी इसका कारण हो सकता है।*

*अपनी दिनचर्या में मांसपेशियों के दर्द से परेशान 90 प्रतिशत लोग व्यायाम से ठीक हो सकते हैं।*
कुछ सुझाव - -

1. *इसकी दवाओं  के उपयोग की जगह व्यायाम करें और दिनचर्या सुधारें.*
2. *भोजन में दूध, ताजे फल, सब्जियां आदि पौष्टिक भोजन लेना चाहिए.*
3.  *एक-दो घंटे तक कार्य करने के बाद थोड़ा आराम करें तथा टहलें।*
4. *एक ही स्थिति में लंबे समय तक बैठकर काम न करें. मोटापा को नियंत्रित करें।*
5. *सफेद Sugar से 100 % दूरी रखें l*
6., *Gym में प्रशिक्षित ट्रेनर की देखरेख में ही व्यायाम करें.*
7. *कोल्ड ड्रिंक का कम से कम सेवन करें. यह आपके शरीर के कैल्शियम को ठीक से पचने नहीं होने देता है।*
8. *Pain Killers, दर्द निवारक दवाओं का उपयोग कम से कम करें। यह किडनी को प्रभावित कर सकता है l*
9. *नहाते समय अपनी मास पेशियों को अच्छे से मर्दन कर के नहाए l*
10. *सप्ताह में इक बार मालिश की आदत डाल ले l*
 स्वस्थ भारत हर्षित भारत
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