चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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इस एप से फार्म से सीधा आपके घर पहुंचेगा 'आलू-प्याज'




एक किसान जब अपनी फसल को लेकर मार्केट जाता है तो उसे उसका सही दाम मिल नहीं पाता। जबकि वही चीज कस्टमर तक बहुत ही हाई प्राइज में पहुंचती है। इसी गैप काे भरने के लिए अाैर किसान को सीधा कस्टमर से जोड़ने की पहल की है आंत्रप्रिन्योर सुदर्शन पटेल ने। उन्होंने पहला एग्रीटेक एप "आलू प्याज' तैयार किया है। यह लोगों को अच्छी क्वालिटी के आलू व प्याज किफायती दाम पर मुहैया करवाएगा। बुधवार को सेक्टर-27 के चंडीगढ़ प्रेस क्लब में इस एप काे शहर के पूर्व डीसी व हरियाणा के डीजी एग्रीकल्चर एंड फार्मर वेलफेयर अजीत बालाजी जोशी और चंडीगढ़ की एग्रीकल्चरल मार्केटिंग बोर्ड के एडमिनिस्ट्रेटर नाजुक कुमार ने लॉन्च किया। यह देश का पहला एग्रीटेक एप है, जिसे गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के स्टार्टअप इंडिया मिशन के मॉड्यूल के तहत तैयार किया गया है। फिलहाल इससे सिर्फ ट्राइसिटी को जोड़ा है। सुदर्शन 32 साल के हैं। इन्हाेंने पेक से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की है। सिर्फ आलू-प्याज को लेकर एप बनाने की वजह शेयर करते हुए बोले- देखें ताे आलू और प्याज का इकॉनॉमी में काफी कंट्रीब्यूशन है। इंडिया में इन दोनों की 1 लाख करोड़ यानी 16 बिलियन करोड़ डॉलर की मार्केट है। उसी बिलियन डॉलर मार्केट काे टैप करने के लिए यह स्टार्टअप बनाया है। क्योंकि एक किसान जब अपनी पैदावार लेकर मार्केट में जाता तो उसका सामना कमीशन एजेंट व स्टॉकिस्ट से हाेता है, जाे काफी कम कीमत पर उससे खरीदरकर स्टाॅक कर लेता है। अाैर वाे लाेग माल बेचते नहीं हैं, बल्कि उनकी डिमांड बढ़ाते हैं और उन्हें महंगे दामों पर बेचते हैं। जिनकी क्वालिटी भी बेहद खराब हाेती है। मैनुअल नाप-तोल में भी हेर-फेर होता है। जिस कारण किसान से लेकर कस्टमर को नुकसान उठाना पड़ता है। स्टॉकिस्ट और मिडलमैन काे इस एप से खत्म करने की कोशिश की है, ताकि क्वालिटी से समझौता किए बगैर सबकाे सही दाम पर बेस्ट क्वालिटी की चीजें मिलें।
New App
देश का पहला एग्रीटेक "आलू प्याज' एप तैयार किया है आंत्रप्रिन्योर सुदर्शन पटेल ने। बुधवार को इसे प्रेस क्लब में लॉन्च किया गया।
फ्री डिलिवरी भी
एप को गूगल प्ले व एप स्टोर से फ्री डाउनलोड कर सकते हैं। इसमें चिपसोना, पहाड़ी, डाइमंड, रेड नामक आलू की वैरायटी के साथ मीडियम साइज प्याज को मंगाने का ऑप्शन भी है। नासिक के प्याज से लेकर पंजाब और हिमाचल का बेस्ट आलू सीधा फॉर्म से आपके पास पहुंचेगा। डिलिवरी फ्री होगी। पांच, 25 किलो के बैग से लेकर 400 किलो तक आलू-प्याज बैग मंगाया जा सकता है। कीमत में एक किस्म की पारदर्शिता रहेगी। हर किसी के लिए समान दाम रहेगा। होलसेल दाम पर बेस्ट क्वालिटी चीज एग्जेक्ट वेट के साथ पहुंचेगी। साथ ही इलेक्ट्रिक वेइंग मीटर भार नापने के लिए साथ में आएगा। क्वालिटी चेक करने के बाद उसका वेट किया जा सकेगा। वहीं, अगर आलू व प्याज पसंद न हुए ताे वापिस कर सकते हैं। अगले दो महीने में इससे दिल्ली व फिर देशभर को जोड़ा जाएगा। 


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