*शौच*
1. बार बार आता है
2. खाना खाते ही जाना पड़ता है
3. खाते तो बहुत है लेकिन खाया पिया नहीं लगता
शौच ...
मल त्याग यह एक सामान्य प्रक्रिया है और हर इन्सान औसतन दिन में एक या दो बार मल त्याग करता है|
अगर यह प्रक्रिया सही से न हो तो संग्रहनी रोग बन जाती है l
जिसमें पेट में जलने वाली अग्नि मंद हो जाती है और भोजन सही से नहीं पचता और वो बिना पचे ही थोडा थोडा करके बाहर निकलने लगता हैl
इसमे जल्दी इलाज न करवाने से आंते भी खराब हो सकती हैं और IBS Disease शुरू हो सकती है l
इस रोग से आपके शरीर का Digestive System कमजोर हो जाता है, जो खाना खाते है उसका रस नहीं बन पाता है, जिससे शारीरिक और मानसिक कमजोरी होने लगती हैl
जीर्ण अवस्था मे अल्सर होने का डर भी रहता है।
*Symptoms*
1. शरीर में बहुत ज्यादा गर्मी होना
2. पेट में हल्का हल्का दर्द रहना
3. धीरे धीरे य़ह गर्मी का लीवर तक पहुंचाना
4. खाने का रस ना बनना, खाना शरीर को न लगना
*Treatments*
*बेल और सोंठ*
एक कच्चा बेल ले और इसका गूदा निकाल ले और इसमें सोंठ मिलाकर दोनों को अच्छी तरह घोटे और इसमें पुराने गुड को मिलाएं l अब इस मिश्रण का रोजाना सुबह शाम सेवन करे | ऐसा करने से आपको बहुत जल्दी इस रोग में आराम मिलेगा।
*Fiber Intake*
इस बीमारी में आपको fiber युक्त आहार का सेवन अधिक से अधिक करना चहिये| जैसे की रागी, जों, चने के आटे में चौकर , हरी सब्जियां, फल इत्यादि| अधिक fiber लेने से दोनों बड़ी और छोटी आंत की अच्छी सफाई होती है, वहाँ मांसपेशियां मजबूत होती है और आपका पाचन सही होने लगता है l
बार बार शौच आने की समस्या खत्म हो जाती है|
*छाछ*
पेट की किसी भी समस्या में छाछ बहुत कारगर होता है क्योकि इसका स्वाभाव ठंडा होता है और साथ में इसका Probiotic सभी तरह के इन्फेक्शन को खत्म कर देता है| एक ग्लास छाछ में एक चम्मच जीरा वाला नमक और इतनी ही मात्रा में पुदीने का पाउडर मिला कर सेवन करे जिससे आपको इस रोग में आराम मिलेगा|
*Good Life Style - Fast Foods से बचे*
अधिक मात्रा में फास्ट फ़ूड का सेवन जिस मे AjinoMotto Chemical होता है आपकी आंतों की मांसपेशियों को कमज़ोर करता है जिससे कब्ज और पेट की समस्या बढ़ जाती है और आपका पेट एक बार में सही से साफ़ नहीं हो पाता|
प्रयास हो की Dinner न करे, साँझ 6 - 6.30 बजे कुछ हल्का खा ले बस l
*पानी*
अधिक से अधिक पिया पानी मल को नर्म करता है जो की इस समस्या का बहुत बढ़िया इलाज है| आप रोजाना कम से कम 5 s 6 लीटर पानी पियें जिससे पेट साफ़ होगा और फसा हुआ मल धीरे-धीरे बाहर निकला आएगा और आपको आराम मिलेगा|
*उपवास - Fasting*
प्रयास हो कि हफ्ते मे 1 दिन या महीने मे कम s कम 2 दिन तो जरूर से उपवास हो l यथाशक्ति, यथास्थिति जितना मन हो, उतना प्रयास करे l दिन में 1 बार खाना खाने से शुरू कर सकते हैं l
*Naturopathy की बस्ती, धोती आदि प्रक्रियाओं का सहारा ले l*
*Allopathic Treatment इसमे आंशिक राहत दे सकता है, वो भी सिर्फ दर्द से l इसका इलाज सिर्फ Naturopath से ही सम्भव है l*
स्वस्थ भारत हर्षित भारत
☘
Comments
Post a Comment