'रज़ाकार - साइलेंट जेनोसाइड ऑफ हैदराबाद' : 55वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में : #Razakar – Silent Genocide of Hyderabad at the 55th International Film Festival of India

इतिहास ने वैश्विक मंच पर छाप छोड़ी: 'रज़ाकार - साइलेंट जेनोसाइड ऑफ हैदराबाद' के लिए बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर के लिए नामांकित " यटा सत्यनारायण"   55वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज हुई है। प्रसिद्ध निर्देशक यटा सत्यनारायण को उनकी पहली फिल्म 'रज़ाकार - साइलेंट जेनोसाइड ऑफ हैदराबाद' के लिए बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर के लिए नामांकित किया गया है। फिल्म की कहानी और महत्व 'रज़ाकार - साइलेंट जेनोसाइड ऑफ हैदराबाद' भारतीय इतिहास के एक संवेदनशील और महत्वपूर्ण अध्याय पर आधारित है। फिल्म ने हैदराबाद के विभाजन और उसके दौरान हुई हिंसाओं को सजीव रूप से चित्रित किया है। सत्यनारायण ने अपनी उत्कृष्ट निर्देशन क्षमता के जरिए इस ऐतिहासिक घटना को एक वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया है। यटा सत्यनारायण की प्रतिक्रिया नामांकन पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए यटा सत्यनारायण ने कहा, "यह मेरे लिए और मेरी पूरी टीम के लिए गर्व का क्षण है। 'रज़ाकार' सिर्फ एक फिल्म नहीं है, यह हमारी ऐतिहासिक सच्चाइयों को दुनिया के सामने लाने का एक प्रयास है। मुझे ख

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*लॉकडाऊन में आपका होमवर्क*😉

*लॉकडाऊन में आपका होमवर्क*😉
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रात भर जागकर हमने यह होमवर्क आपके लिए तैयार किया है.... ताकि आपका लॉक डाऊन ठीक से कंप्लीट हो जाए।😀😀

*मुख* और *जीभ* का *व्यायाम* 
😀😀

1. *कच्चा पापड़, पक्का पापड़*

सबसे ज़्यादा फेमस और हमारे दिल के सबसे क़रीब. एक बार में 15 बार बोल के दिखाओ तो जानें.

 
2. *फालसे का फासला*

 20 बार बिना रुके बोल कर दिखाओ.
पायरिया रोग 20 बार 3 - 4 बार बोले

 
3. *पीतल के पतीले में पपीता पीला पीला*

मुस्कुरा का रहे हो, 12 बार इसे बोल कर दिखाओ.
लार ग्रंथि के लिए10 -- 12 बार बोले

 
4. *पके पेड़ पर पका पपीता पका पेड़ या पका पपीता*

मेरी जीभ तो लगभग फ्रैक्चर होते-होते बची है.
जीब के स्वाद के लिए 10 -- 15 बार बोले

 
5. *ऊंट ऊंचा, ऊंट की पीठ ऊंची. ऊंची पूंछ ऊंट की*

क्या हुआ? 
पीठ के लिए , रीढ की हड्डीयो के लिए 

6. *समझ समझ के समझ को समझो, समझ समझना भी एक समझ है. समझ समझ के जो न समझे, मेरे समझ में वो ना समझ है.*

इसे एक बार ही बोल के दिखाएँ 
स्मरण शक्ति के लिए

 
7. *दूबे दुबई में डूब गया*

 ये आपकी फूलती सांसों को आराम देने के लिए था.
दिन में 10 से 15 बार बोलना चाहिए ।

 
8. *चंदु के चाचा ने चंदु की चाची को, चांदनी चौक में, चांदनी रात में, चांदी के चम्मच से चटपटी चटनी चटाई*

तुतलाने वाले के लिए 15 -- 20 बार दिन में 5 से 6 बार बुलवाना चाहिए

 
9. *जो हंसेगा वो फंसेगा, जो फंसेगा वो हंसेगा*

आपको ये आसान लग रहा है. जरा इसे 10 बार से ज़्यादा बार बोल कर दिखाइए.

ह्रदय के लिए 15 से 20 बार बोलना चाहिए
 
10. *खड़क सिंह के खड़कने से खड़कती हैं खिड़कियां, खिड़कियों के खड़कने से खड़कता है खड़क सिंह*

 ज्यादा क्रोध वाले को दिन में 8 से 10 बार बोलना चाहिए

 
11. *मर हम भी गए, मरहम के लिए, मरहम न मिला. हम दम से गए, हमदम के लिए, हमदम न मिला*

बोलो-बोलो मुंह के लिए सुंदर व्यायाम है

 
12. *तोला राम ताला तोल के तेल में तल गया, तला हुआ तोला तेल के तले हुए तेल में तला गया*
दाड़ और जबड़े के लिए 20 से 25 बार बोलना चाहिए
4 से 5 बार

 
13. *डाली डाली पे नज़र डाली, किसी ने अच्छी डाली, किसी ने बुरी डाली, जिस डाली पर मैने नज़र डाली वो डाली किसी ने तोड़ डाली*

बोलो बोलो... मस्तिस्क के लिए

 
14. *पांच आम पंच चुचुमुख-चुचुमुख, पांचों मुचुक चुचुक पंच चुचुमुख*
😂😂😂😂😂😂😂😂
ट्राई करके तो देखिये

🙏😊🙏
*(यह केवल आपके लिए ही नहीं है बल्कि परिवार में बच्चे से लेकर बुजुर्ग सभी के लिए एक मजेदार कन्वर्जेशन टूल है...आजमा कर तो देखिये।)*
🤣🤣🤣🤣🤣
कैसा लगा बताइयेगा

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