'रज़ाकार - साइलेंट जेनोसाइड ऑफ हैदराबाद' : 55वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में : #Razakar – Silent Genocide of Hyderabad at the 55th International Film Festival of India

इतिहास ने वैश्विक मंच पर छाप छोड़ी: 'रज़ाकार - साइलेंट जेनोसाइड ऑफ हैदराबाद' के लिए बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर के लिए नामांकित " यटा सत्यनारायण"   55वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज हुई है। प्रसिद्ध निर्देशक यटा सत्यनारायण को उनकी पहली फिल्म 'रज़ाकार - साइलेंट जेनोसाइड ऑफ हैदराबाद' के लिए बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर के लिए नामांकित किया गया है। फिल्म की कहानी और महत्व 'रज़ाकार - साइलेंट जेनोसाइड ऑफ हैदराबाद' भारतीय इतिहास के एक संवेदनशील और महत्वपूर्ण अध्याय पर आधारित है। फिल्म ने हैदराबाद के विभाजन और उसके दौरान हुई हिंसाओं को सजीव रूप से चित्रित किया है। सत्यनारायण ने अपनी उत्कृष्ट निर्देशन क्षमता के जरिए इस ऐतिहासिक घटना को एक वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया है। यटा सत्यनारायण की प्रतिक्रिया नामांकन पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए यटा सत्यनारायण ने कहा, "यह मेरे लिए और मेरी पूरी टीम के लिए गर्व का क्षण है। 'रज़ाकार' सिर्फ एक फिल्म नहीं है, यह हमारी ऐतिहासिक सच्चाइयों को दुनिया के सामने लाने का एक प्रयास है। मुझे ख

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Tribute to Rishi Kapoor: आज कल याद कुछ और रहता नहीं - नगीना




आज कल याद कुछ और रहता नहीं
एक बस आपकी याद आने के बाद
आज कल याद कुछ और रहता नहीं
एक बस आपकी याद आने के बाद
याद आने से पहले चले आईये
और फिर जाइये जान जाने के बाद
आज कल याद कुछ और रहता नहीं
एक बस आपकी याद आने के बाद

अपनी आँखों में मुझको बसा लीजिये
अपनी आँखों में मुझको बसा लीजिये
अपने दिल में मेरा घर बना दीजिये
क्या करूँ दिल कहीं और लगता नहीं
प्यार में आपसे दिल लगाने के बाद
आज कल याद कुछ और रहता नहीं
एक बस आपकी याद आने के बाद


इश्क के मैंने कितने फ़साने सुने
इश्क के मैंने कितने फ़साने सुने
हुस्न के कितने किस्से पुराने सुने
ऐसा लड़ते हैं फिर इस तरह टूट कर
प्यार हमने किया एक जमाने के बाद
आज कल याद कुछ और रहता नहीं
एक बस आपकी याद आने के बाद

आपका नाम दिल से निकलता नहीं
आपका नाम दिल से निकलता नहीं
दिल्लगी में कोई जोर चलता नहीं
दिल्लगी में कोई जोर चलता नहीं
आपको भूल जाने की कोशिश भी की
और तड़पा हूँ मैं भूल जाने के बाद
आज कल याद कुछ और रहता नहीं
एक बस आपकी याद आने के बाद
आज कल याद कुछ और रहता नहीं
एक बस आपकी याद आने के बाद.

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