चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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30 अगस्त सूचना और प्रसारण मंत्री रविशंकर प्रसाद का जन्मदिन।



दिल्ली। सीनियर एडवोकेट, पॉलिटिशियन, भारतीय जनता पार्टी के स्पोक्समैंन एवं कैबिनेट मंत्री रविशंकर प्रसाद का आज यानि कि 30 अगस्त को जन्मदिन है। पटना की गलियों से गुजरते हुए और भी नेताओं ने केंद्र की सरकार में शामिल होने का गौरव हासिल किया है  30 अगस्त 1954 को पटना के उच्च न्यायालय के वकील ठाकुर प्रसाद के घर जिस बच्चे का जन्म हुआ वो रविशंकर प्रसाद थे जिनकी मां का नाम विमला प्रसाद है। ठाकुर प्रसाद और विमला प्रसाद के सुपुत्र रविशंकर प्रसाद ने राजनीति की गलियों में जीत के परचम को लहराते हुए कई चुनाव जीते कई पदों से विभूषित हुए, चाहे वो अटल की सरकार में राज्यमंत्री से सीधे कैबिनेट मंत्री की छलांग हो या भारतीय जनता पार्टी में लगातार मिलती रही बड़ी जिम्मेदारियों की बात हो।

रविशंकर प्रसाद के पिता ठाकुर प्रसाद पटना उच्च न्यायालय के वकील के रूप में कार्यरत रहे। रविशंकर प्रसाद की माता का नाम विमला प्रसाद है। इनकी पत्नी डॉ. माया प्रसाद इतिहास की प्रोफेसर के रूप में पटना विश्वविद्यालय में सेवारत हैं। रविशंकर प्रसाद को एक बेटा और बेटी हैं, बेटे आदित्य शंकर भी पेशे से वकील हैं, जबकि बेटी अदिति शंकर के हाथ रविशंकर प्रसाद ने पीले कर दिये हैं। रविशंकर प्रसाद अपने सात भाई बहनों में सबसे सफल और पिता ठाकुर प्रसाद की विरासत को संभालने वाले इकलौते शख्स हैं। वहीं रविशंकर की बहन अनुराधा प्रसाद समाचार जगत की जानी मानी पत्रकार और न्यूज 24 चैनल की एडिटर-इन-चीफ हैं। रविशंकर प्रसाद के जीजा राजीव शुक्ला जाने-माने दिग्गज कांग्रेस नेता और बीसीसीआई के महत्वपूर्ण क्रिकेट लीग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

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