चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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Sanvi M Prajit made 33 dishes in 1 hour, this youngest girl ...

सान्वी एम प्राजित ने 1 घंटे में बनाई 33 डिश, सबसे कम उम्र में इतने पकवान बनाने वाली इस बच्ची का नाम एशिया और इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ 

पूरे भारत में यंग टैलेंट की कमी नहीं है। ऐसा ही एक टैलेंट केरल के एर्नाकुलम की सान्वी एम प्राजित में देखा जा सकता है। सान्वी ने एक घंटे से भी कम समय में सबसे कम उम्र की बच्ची द्वारा 33 डिशेज बनाने का रिकॉर्ड कायम किया है।

इसका नाम एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ है। सान्वी ने जो चीजें बनाई उसमें इडली, वेफल, कॉर्न, फिटर्स, मशरूम टिक्का, उत्तपम, पनीर टिक्का, एग बुल्स आई, सैंडविच, पापड़ी चाट, फ्राइड राइस, चिकन रोस्ट, पैनकेक, अप्पम शामिल हैं। सान्वी एयर फोर्स के विंग कमांडर प्राजित बाबू की बेटी हैं। उनकी मां का नाम मंजिमा है।

विशाखापट्‌टनम के अपने घर में सान्वी का 33 डिश बनाते हुए ऑनलाइन वीडियो एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स अथॉरिटीज ने देखा। मंजिमा ने बताया कि सान्वी को बहुत कम उम्र से कुकिंग का शौक है। वे जब छोटी थी तो अपने पैरेंट्स और दादा-दादी को कुकिंग करते हुए देखती थी। यहीं नहीं, इस बच्ची का अपना यू ट्यूब चैनल भी है जहां वे दर्शकों को आसान तरीके से खाना बनाना सिखाती हैं।

सान्वी को इस काम की प्रेरणा अपनी मां मंजिमा से मिली। मंजिमा खुद स्टार शेफ और कुकरी शो की फाइनलिस्ट हैं। सान्वी खुद भी कुकरी शो में अपनी प्रतिभा दिखा चुकी हैं। उनकी उपलब्धि के लिए कुलिनरी फील्ड में उन्हें सराहा भी गया है।


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