यहाँ 12 प्रमुख संस्कृत मंत्र दिए गए हैं जिन्हें हर हिन्दू को जानना चाहिए। important mantra chanting

 यहाँ 12 प्रमुख संस्कृत मंत्र दिए गए हैं जिन्हें हर हिन्दू को जानना चाहिए। ये मंत्र धार्मिक संस्कारों में प्रयुक्त होते हैं और शांति, समृद्धि और आशीर्वाद के लिए उच्चारित किए जाते हैं। 1. गणेश मंत्र ॐ गण गणपतये नमः अर्थ: यह मंत्र भगवान गणेश की स्तुति करता है, जो सभी विघ्नों को दूर करने वाले हैं। 2. गायत्री मंत्र ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्। अर्थ: इस मंत्र में सूर्य देवता की उपासना की जाती है ताकि वे हमें सही मार्ग दिखाएँ और हमारे ज्ञान का विकास करें। 3. महामृत्युंजय मंत्र ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्। अर्थ: यह भगवान शिव का मंत्र है, जो शारीरिक और मानसिक कष्टों से मुक्ति देने वाला है। 4. सूर्य मंत्र ॐ सूर्याय नमः अर्थ: सूर्य भगवान को समर्पित यह मंत्र शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है। 5. शिव मंत्र ॐ नमः शिवाय अर्थ: शिवजी की महिमा गाने वाला यह मंत्र आत्मा को शांति और आनंद देता है। 6. विष्णु मंत्र ॐ नमो भगवते वासुदेवाय अर्थ: भगवान विष्णु को समर्पित इस मंत्र का जाप मोक्ष की ओर ले

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सैक्टर 27 स्थित मोती राम आर्य स्कूल में चल रहे एनसीसी कैंप में आज : Moti Ram Arya School Sector 27, Chandigarh

 

 



 

 सैक्टर 27 स्थित मोती राम आर्य स्कूल में चल रहे एनसीसी कैंप में आज स्टेट लाइजन ऑफिसर विक्रम राणा को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। उन्होंने एनसीसी कैडेट को संबोधित किया अपने इस संबोधिन में राणा सर ने बच्चों को कहा कि उन्हें स्वामी विवेकानंद और स्वामी रामतीर्थ से शिक्षा लेनी चाहिए जिन्होंने जीवन का उच्च आदर्शवादी सिद्धांत प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि हमारे समाज को दरअसल राष्ट्रीय एकता की मिसाल कायम करने की जरूरत है। हमारे देश में लोगों मैं अभी भी राष्ट्रीय प्रेम भावना की कमी है। जापान का उदाहरण देते हुए उन्होंने बोला कि जापान 1945 के परमाणु बम हमले में बुरी तरह से क्षतिग्रस्त और तबाह हो गया था किंतु अपनी एकता और राष्ट्रीय प्रेम के चलते जापानियों ने अपने देश को फिर से एक मजबूत और शक्तिशाली देश के रूप में स्थापित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि देश ने जो आपको दिया, उसके एवज में आप देश को कितना वापस किया यह अपने आप में एक विचार करने वाला विषय है। वर्तमान शिक्षा प्रणाली पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि हमारे वर्तमान शिक्षा तंत्र में केवल पैसा कमाने के तौर-तरीकों को बताया और पढ़ाया जा रहा है। जबकि शिक्षा का मूल उद्देश्य महत्वपूर्ण बनना नहीं बल्कि काबिल सामाजिक प्राणी बनना है, जिसके कारण समाज और इंसान का भला हो पाए। उन्होंने कहा कि पांव जमीन पर रखते हुए, आसमान छूना चाहिए क्योंकि इंसानी तरक्की का गुणगान करने के लिए इंसान जमीन पर ही होता है। उन्होंने कहा कि दुनिया में चर्चा देने वाले की होती है ना की लेने वाले की। जितना भी संभव हो पाए देने की प्रवृत्ति बनाए रखें। चाहे वह शिक्षा हो, प्रेम हो या आपसी भाईचारा। और कहा कि आदतों पर नजर रखेंगे यह चरित्र बन जाती है और चरित्र स्पष्ट होना चाहिए संदिग्ध नहीं। इसके साथ ही कमांडिंग ऑफिसर कर्नल राकेश शर्मा ने भी बच्चों को अपने संबोधन में कहा कि एनसीसी का उद्देश्य देश सेवा के साथ-साथ बच्चों में आत्मविश्वास की भावना को बढ़ाना और उन्हें राष्ट्रप्रेम की भावना से ओतप्रोत करना है। मोती राम आर्य स्कूल की प्रिसिंपल डॉक्टर सीमा बिजी की तारीफ करते हुए उन्हें विशेष रूप से धन्यवाद करते हुए उन्हें मुमैंटो दिया। साथ ही विक्रम राणा सर को भी मुमैंटो देकर सम्मानित किया।


 

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