चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

News

मैढ़ राजपूत समाज से जुड़े हर व्यक्ति के भले के लिए काम करेंगे : महिंदर सिंह

 मैढ़ राजपूत समाज से जुड़े हर व्यक्ति के भले के लिए काम करेंगे : महिंदर सिंह

 


चण्डीगढ़ : मैढ़ राजपूत सभा के चुनाव में प्रधान पद के लिए हाथ आजमा रहे महिंदर सिंह ने सभा के सदस्यों से चुनाव अभियान के दौरान वादा किया कि वे यदि जीते तो समूह सदस्यों एवं मैढ़ राजपूत समाज से जुड़े हर व्यक्ति के भले के लिए काम करेंगे तथा समाज में एकता और भाईचारे की लहर व जागृति लाएंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अगर उनकी  टीम को मौका दिया जाता है तो एक ऐसा माहौल बनाया जाएगा जहां हर सदस्य को उचित सम्मान दिया जाएगा एवम  उसको पूरे आदर सहित अपनी बात रखने को अवसर मिलेगा। इसके अलावा मैढ़ राजपूत समाज की आन, बान और शान को गरिमा के साथ पुनर्जीवित करने की हर संभव कोशिश करेंगे। ईर्ष्या या नीचा दिखाने की जैसी प्रवृति को कोई जगह ही नहीं होगी क्योंकि हमारा मुख्य ध्यान सर्वांगीण विकास होगा।
पेशे से व्यवसायी महिंदर सिंह सावन ज्वेलर्स के मालिक हैं व पढ़े लिखे उम्मीदवार हैं। वे एमए (इकोनॉमिक्स), एलएलबी, डी. फिल इन गांधियन फिलोसॉफी हैं। उनके पास अभी कुछ माह से सभा के कार्यकारी अध्यक्ष का पदभार था जिसके दौरान उन्होंने मैढ़ राजपूत भवन का उत्तम तरीक़े से नवीकरण कराया।

 

मैढ़ राजपूत सभा, चण्डीगढ़ के चुनाव 21 फरवरी को होने जा रहे हैं।  चुनाव डॉ. ओपी वर्मा की अध्यक्षता में बनी चुनाव समिति की देख रेख में से. 24 स्थित मैढ़ राजपूत भवन में होंगे जिसमें हरबंस लाल, संदीप वर्मा, रविन्दर वर्मा, सुरेश वर्मा व शिवम वर्मा शामिल हैं। प्रधान पद के लिए चुनाव मैदान में महेन्दर सिंह व राकेश कुमार एडवोकेट तथा वित सचिव के लिए योगेश वर्मा व सोनी मैदान में हैं। महासचिव पद के लिए निर्विरोध चयन हो चुका है।  डॉ. ओपी वर्मा ने बताया कि सभा के 470  सदस्य सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक मतदान कर सकेंगे तथा आठ बजे तक चुनाव परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
 



 

Comments