चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दलीप कुमार का निधन: Dalip Kumar AAP, Aam Admi Party, Chandigarh

 आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दलीप कुमार का निधन



चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के प्रदेश उपाध्यक्ष दलीप कुमार का वीरवार को ब्रेन हैमरेज होने के बाद शनिवार को निधन हो गया। प्रदेश अध्यक्ष प्रेम गर्ग ने दुःख जातते हुए कहा कि दलीप कुमार के जाने से आम आदमी पार्टी के साथ - साथ चंडीगढ़ शहर को भी दि है, रामदरबार के लोगों के लिए

मसीहा की तरह था, अपने क्षेत्र के नागरिकों की दिक्कत को वो अपने परिवार की दिक्कत मानकर हल किया करते थे। आज उनकी अंतिम यात्रा में लोगों के दिलों में उनके लिए किस कदर प्यार भरा है वो स्थानीय निवासियों ने आंसू बहाकर बयान कर दिया।

प्रदेश संगठन मंत्री विक्रम सिंह पुंडीर ने भारी मन से कहा मुझे याद है अना आंदोलन में शामिल होने के जज्बे से
लेकर देश के लिए मर मिटने की ऊचों हॉसलों से भरे रहते थे। दलीप जब तक जिऐ आम आदमी के लिए लड़े उनकी कमी कभी पूरी नहीं होगी, हम प्रार्थना करते हैं भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।

रामदरबार वार्ड नं .-9 के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह वीरू ने कहा आज हमने अपना बड़ा भाई खो दिया। दलीप जी परिवार
के साथ- साथ रामदरबार और पार्टी की जिम्मेदारी हम सब पर छोड़ गये है। हम कोशिश करेंगे जिससे खुशहाल और
समृद्ध समाज का सपना उन्होंने देखा हम उसे पूरा कर सके। उनकी कमी कभी पूरी नहीं हो सकेगी, वो हमेशा हमारे
दिलों में राज करेंगे। जब तक सूरज चांद रहेगा दलीप कुमार का नाम रहेगा। उनकी अंतिम यात्रा में स्थानीय निवासियों के साथ-साथ सभी पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता, एरिया काउंसलर भरत कुमार, पुर्व काउंसलर और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष रामलाल, भाजपा महामंत्री देवी सिंह, पुर्व वाल्मीकि सभा चेयरमैन गुरचरण सिह, कांग्रेस नेता हरजिंदर सिंह बावा, बैरवा समाज के नेता कुंदन सिंह बैरवा, पुर्व बसपा प्रत्याशी और नेता ब्रजपाल और शहरवासी शामिल हुए।

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