चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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26 प्रकार के व्यंजन शिव भक्तों में प्रसाद स्वरूप किये वितरित: Maha Shivratri 2021

 26 प्रकार के व्यंजन शिव भक्तों में प्रसाद स्वरूप किये वितरित

चंडीगढ़,March,11:लक्ष्य ज्योतिष संस्थान चंडीगढ़ की ओर से आज महाशिवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में  सैकटर 29 में शिव भक्तों के लिए आठवें भण्डारे  का आयोजन किया गया। संस्थान के चेयरमैन ज्योतिषचार्य रोहित कुमार, प्रेजिडेंट वीना शर्मा और वाईस प्रेजिडेंट पीयूष कुमार की देखरेख में इस भण्डारे  का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर शिवाय अरोड़ा (लुधीआना) ने भण्डारे का शुभारंभ किया  देशराज शर्मा,अंकिता शर्मा  और गुरमिंदर बावा सहित राहूल पराशर, अन्य लक्ष्य ज्योतिष संसथान के ज्योतिष विधार्थियों ने  भण्डारे की सेवा में योगदान दिया।
ज्योतिषचार्य रोहित कुमार ने बताया कि संस्थान की ओर से प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में पिछले 07 वर्षों से भण्डारे  का आयोजन करते आ रहे है। आज भी सुबह भगवान शिव भोले की पूजा अर्चना और अभिषेक उपरांत बाबा के भक्तों के लिए भण्डारा,  प्रसाद वितरित किया गया। जिसमें  कैलाश मानसरोवर से लाया जल  उपयोग किया गया, भण्डारे में,   फिंगर चिप्स, लच्छा चिप्स, दही आलू, फैंसी लच्छा चिप्स, फली दाना, फलाहार साबुतदाना, साबू दाना खीर, साबूदाना केसर खीर, आलू हलवा, आलू शाही टुकड़ा, आलू ज़ीरा फ्राई, फ्रूट चटनी, दही पुदीना चटनी, आलू टमाटर चटनी, भांग के पकोड़े, फ्रूट क्रीम, फ्रूट चाट, भांग दूध, अदरक टमाटर चटनी, साबूदाना आलू टिक्की, स्वांग चावल खीर,साबूदाना खिचडी  और चाय काफी इत्यादि व्यंजन विशेष रहे।

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