चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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चंडीगढ़ पूर्वांचल एकता मंच ने फूलों संग होली मनाने की शहरवासियों से की अपील, वितरित किये मास्क व सैनिटीज़र्स और फूल: Mask and sainitizer Distribution

 चंडीगढ़ पूर्वांचल एकता मंच ने फूलों संग होली मनाने की शहरवासियों से की अपील, वितरित किये मास्क व सैनिटीज़र्स और फूल

दो गज दूरी, मास्क है जरूरी:रमेश शर्मा




चंडीगढ़ 28 मार्च 2021: चंडीगढ़ पूर्वांचल एकता मंच के चेयरमैन रमेश कुमार शर्मा ने होली के पर्व पर एक ओर जहां शहरवासियों  को बधाई दी वहीं दूसरी उन्होंने मंच के सदस्यों के साथ मिलकर हल्लोमाजरा के निवासियों को फूल, मास्क, सैनिटीज़र्स, वितरित कर सुरक्षित होली मनाने की अपील की।

इस अवसर पर मंच के चेयरमैन रमेश कुमार शर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नही हुई है और न ही ये खत्म होने की कागार में है। ऐसे में हम सभी को एक जुट होकर अपने परिवार के सदस्यों के संग ही इस पावन पर्व को मनाना चाहिए। हर वर्ष हम सभी होली रंगों से  मनाते हैं इस बार हम फूलों से होली खेल कर एक नए अंदाज में इस पर्व को मनाये।

उन्होंने कहा कि होली का पर्व मानते समय हम सभी को चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करना चाहिए। हमें दो गज दूरी मास्क है जरूरी  व अपने हाथों को निरंतर साफ करते रहना चाहिए और अपने व अपने परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने के लिए हमें सावधानी बरतनी चाहिए।

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