चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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जनरल मर्चेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने प्रशासन से की मांग: general merchants welfare association chandigarh

 जनरल मर्चेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने प्रशासन से की मांग
दुकानो का समय किया जाए 09 से 05 बजे तक
सैलून खोलने की भी दी जाए इजाजत


चंडीगढ़:-जनरल मर्चेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह बिल्ला ने चंडीगढ़ में कोरोना के केसों में आ रही गिरावट के मद्देनजर प्रशासक और सलाहकार से मांग की है कि आगामी होने वाली वॉर रूम मीटिंग में अन्य मुद्दों के साथ साथ दुकानों के समय मे बदलाव किये जाने पर भी चर्चा की जाए। क्योंकि मौजूदा 9 बजे से 3 बजे तक के समय मे कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गर्मी के मौसम के चलते ग्राहक भी भरी दोपहर में घर से बाहर नही निकलता। इसलिए दुकानदार को पेश आ रही समस्याओं को देखते हुए दुकान का समय सवेरे 9 बजे से शाम 5 बजे तक किया जाना चाहिए। इसके साथ ही शहर में सैलून और ब्यूटी पार्लर को भी खोलने की इजाजत दी जानी चाहिए। लॉक डाउन से बंद पड़े सैलून और ब्यूटी पार्लर के संचालकों को अपना व अपने परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है। इसके ऊपर समस्या दुकान का किराया, कर्मचारी की सैलरी, घर की जरूरतें यह सब खर्चे निकाल पाना मुश्किल हो गया है। इनकी भूखों मरने की नौबत आ गयी है। रविन्द्र सिंह बिल्ला ने प्रशासन से अपील की कि की समाज के हर वर्ग को दरपेश आ रही समस्याओं को भी ध्यान में रख कर लगाई गई पाबंदियों में कुछ शर्तों सहित रियायत अवश्य दी जाए। ताकि अपना व परिवार का अच्छे से जीवन यापन कर सकें।

रविन्दर सिंह बिल्ला
प्रेसिडेंट
जनरल मर्चेंट वेलफेयर एसोसिएशन, चंडीगढ़
94170-89107

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