चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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श्रीबालाजी महाराज की भजन संध्या की सोशल मीडिया पर लाइव प्रस्तुति आयोजित

 श्रीबालाजी महाराज की भजन संध्या की सोशल मीडिया पर लाइव प्रस्तुति आयोजित

प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल ने सुंदर भजन गाकर बांधा श्रद्धालुओं का समां

चंडीगढ़़ 16 जून 2021: श्रीबालाजी संघ (रजि.), चंडीगढ़ ने संघ के तीन वर्ष पूरे होने पर संघ के प्रधान प्रसिद्ध भजन गायक एवं अग्रसेन सम्मान से सम्मानित कन्हैया मित्तल ने सोशल मीडिया के माध्यम से भजन संध्या की लाइव प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं का समां बांधा और उन्हें मंत्र मुग्ध कर झूमने पर मजबूर कर दिया।

भजन संध्या का शुभारंभ गणेश वंदना से किया गया इससे पूर्व विधि विधान के साथ श्रीबाला जी महाराज की पूजा अर्चना की गई तथा प्रत्येक मंगलवार को भजन संध्या इस प्रकार से करने का निर्णय लिया गया।

भजन गायक कन्हैया मित्तल ने सुंदर भजनों में मैं दीवाना हूं बालाजी का. . ., जय हो बजरंग बाला. . .,राम का सुमरिन किया करो.. .., खाटू से आयो बाबा श्याम हमारे कीर्तन में. . ., जैसे अनेकों भजन गाये।

भजन संध्या के दौरान भजन गायक कन्हैया मित्तल ने श्री बालाजी महाराज के कल्याणकारी स्वरूप की सुंदर व्याख्या कर बताया कि जो श्रद्धालु श्रीबाला जी महाराज के शरण में आता है उनके कितने भी और कैसे भी संकट हो, दूर हो जाते हैं बस भगवान के प्रति श्रद्धा का भाव होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संघ सदैव कोरोना महामारी को समाप्त करने व लोगों पर दया करने की श्रीबालाजी महाराज से प्रार्थना करता है, ताकि हम सभी कोरोना महामारी के संकट से दूर हो जायें।

भजन संध्या के दौरान कोविड-19 में प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का भी विशेष ध्यान रखा गया था।

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