चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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हनुमंत धाम में जन्माष्टमी पर हांडी फोड़ कार्यक्रम आयोजित: Hanumant Dham Mandir, Sector 40 Chandigarh, Krishan Janamashatmi

हनुमंत धाम में जन्माष्टमी पर हांडी फोड़ कार्यक्रम आयोजित

25 बच्चों ने मिलकर 21 फुट उपर बंधी दूध, दही, मक्खन की हांडी को फोड़ कर अनोखे अंदाज में मनाई श्री कृष्ण जन्माष्टमी





चंडीगढ़  30 अगस्त 2021: श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर सेक्टर 40 स्थित श्री हनुमंत धाम मंदिर में महिला सुंदरकांड सभा की प्रधान नीना तिवाडी के नेतृत्व में एक अनोखे अंदाज के साथ श्री कृष्ण जन्माष्टमी को मनाया गया।

इस अवसर हाडी फोड़ कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें स्कूल के बच्चों और कॉलेज की लड़कियों ने बढ़ चढ़  कर भाग लिया। 21 फुट उपर डोर से बंधी दूध, दही, मक्खन की हांडी (मटकी)जो कि गोटे किनारी, सितारे जय साथ सुशोभित थी, को बच्चों ने एक दूसरे के कंधे पर चढ़ कर फोड़ दिया। यह दृश्य बहुत ही रोमांचकारी और उत्साहवर्धक था जिसे देखने के लिए श्रद्धालुओं का तांता अंत तक लगा रहा और उनकी टक टकी हांडी तोडऩे वाले पर लगी रही।

हांडी के टूटते ही पूरा मंदिर नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के रसमयी जयकारो से गूँजमयी हो उठा। सभी उपस्थित श्रद्धालुओं ने एक दूसरे को भगवान के जन्मदिन पर बधाई दी। सभा के सदस्यों व अन्य श्रद्धालुओं ने श्री कृष्ण के सुंदर सुदंर भजन गाए और खूब नृत्य किया। इस अवसर पर श्री हुनमंत धाम मंदिर को लाइट से खूबसूरत तरीके से सजाया गया था। लड्डू गोपाल का आकर्षित व मनमोहक श्रृंगार कर उन्हें वस्त्र आभूषण से सजाया गया था। इस अवसर पर सभा के सदस्यों व अन्य श्रद्धालुओं ने श्री कृष्ण के सुंदर सुदंर भजन गए और खूब नृत्य किया।

इस अवसर पर सभा की प्रधान नीना तिवाड़ी ने कहा कि यह दिन बहुत ही पवित्र होता है इसलिए इस दिन को बहुत ही श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। कार्यक्रम में सभा की अन्य सदस्यों में पाल शर्मा, प्रेमलता, उषा सिंगल, रंजू ग्रोवर, सुदर्शन शर्मा, कृष्णा, शिगारनी देवी भी विशेष रूप से उपस्थित थे।

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