चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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बैंक ऑफ इंडिया ऑफिसर्स एसोसिएशन की 29वीं वार्षिक बैठक आयोजित: Bank of India Officers Association, 29 Annual General Body Meeting 2021

 बैंक ऑफ इंडिया ऑफिसर्स एसोसिएशन की 29वीं वार्षिक बैठक आयोजित



चंडीगढ़ 11 सितम्बर 2021: बैंक ऑफ इंडिया ऑफिसर्स एसोसिएशन नॉर्थ वेस्टर्न यूनिट ने आज पंजाब कला भवन सेक्टर 16, चंडीगढ़ में अपनी 29वीं वार्षिक आम सभा की बैठक आयोजित की है।

बैठक का आयोजन एसोसियेशन के महासचिव एस. हरमीत सिंह, कोषाध्यक्ष एस. मनप्रीत सिंह और उनकी टीम ने एस. कार्यकारी अध्यक्ष गुरशरण सिंह और अध्यक्ष एस. हर्षविंदर सिंह अरोड़ा के कुशल मार्गदर्शन में किया है।

एफबीओआईओए के अध्यक्ष तथा एआईएनबीओएफ के महासचिव एस. संजय दास और -एफबीओआईओएएस के महासचिव सुनील कुमार  सहित उद्योग जगत के प्रतिष्ठतों ने इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इन सभी प्रतिष्ठतों ने विभिन्न उद्योग लीवर मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें बैंकिंग वातावरण में बदलाव, पीएसबी का निजीकरण और इसके खतरे और हमारे फेडरेशन और एसोसिएशन इस तरह के किसी भी कदम पर आवाज उठाने की योजना बना रहे हैं।

इस बैठक में एनबीजी-जीएम सहित बैंक के कार्यपालक और क्षेत्रीय प्रबंधक/उप. बैठक में जोनल प्रबंधक भी शामिल हुए और अपने बहुमूल्य विचार साझा किए।

विभिन्न क्षेत्रों के कई और वक्ताओं ने भी विभिन्न स्थानों पर बैठक में भाग लेने वाले सदस्यों के साथ बातचीत की जैसे की चंडीगढ़, जालंधर, लुधियाना, गुरुग्राम और जम्मू आदि।

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