चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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पाँच दिवसीय गणपति महोत्सव संपंन: Ganesh Visarjan

 पाँच दिवसीय गणपति महोत्सव संपंन

गणपति महोत्सव के उपलक्ष्य पर गणपति स्थापना के साथ साथ पांच दिन भजन कीर्तन एवं महा आरती  का आयोजन हुआ


 


चंडीगढ़ 21 सितम्बर 2021: सेक्टर 46 के युवा दल ने राष्ट्रीय हिन्दू शक्ति संगठन, चंडीगढ़ के साथ मिलकर पाँच  दिवसीय गणपति महोत्सव का आयोजन किया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर नगर निगम, चंडीगढ़ के पूर्व वरिष्ठ उप महापौर  व स्थानीय पार्षद गुरप्रीत सिंह ढिल्लों ने कार्यक्रम की शोभा बढाई। इस दौरान उनके साथ कार्यक्रम के आयोजक राष्ट्रीय हिन्दू शक्ति संगठन, चंडीगढ़ के अध्यक्ष डॉ हिमांशु पुनिया तथा राष्ट्रीय हिन्दू शक्ति संगठन, चंडीगढ़ महिला अध्यक्ष मोनिका भारद्वाज युवा दल के सभी सदस्य उपस्थित थे।

गणपति उत्सव का शुभारंभ  मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित गुरप्रीत सिंह ढिल्लों ने दीप प्रज्जवलित कर और गणेश आरती के साथ की। युवा दल एवं राष्ट्रीय हिन्दू शक्ति संगठन चंडीगढ़ ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह स्वरूप भगवान गणेश की मूर्ति भेंट की।

इस अवसर पर शहर की विभिन्न कीर्तन मंडलियों द्वारा गणपति आराधना और मधुर भजन गाये गये जिन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं में समां बांधा। श्रीगणेश जी की महाआरती के उपरांत नव कन्याओं  का सम्पूर्ण विधि विधान से पूजन  किया गया जिसके बाद कार्यक्रम का समापन किया गया और प्रसाद स्वरूप विशाल भंडारे का आयोजन किया गया तथा युवा दल सैक्टर 46 के प्रेसिडेंट अमन, हैप्पी, अलताफ, गौरव, निखील, विवेक, हर्ष, अनीश, नितिन, अंकू, ध्रुव, आशीष, लक्की, जस्सी, लवप्रीत, गगन भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना अहम् योगदान दिया।

इस अवसर पर कार्यक्रम के सह आयोजक राष्ट्रीय हिन्दू शक्ति संगठन, चंडीगढ़ के अध्यक्षों ने मीडिया को बताया कि दोनो संगठनों द्वारा आयोजित ये चौथा गणपति उत्सव है और भविष्य में भी ये दोनो संगठन मिलकर इस तरह के  उत्तम और जन कल्याण के कार्य करते रहेंगे।

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