Martyrdom of Sri Guru Tegh Bahadur

हिंदू धर्म के रक्षक श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत से एक दिन पहले उन्हें डराने के लिए चांदनी चौंक में उनके सिख भाई मति दास जी को आरे से दो टुकड़े कर दिए गए,भाई सती दस जी को रुई में लपेट जिंदा जलाया गया, भाई दयाल जी को देग में उबाल कर शहीद किया गया। उनकी शहादत को बारम्बार प्रणाम 

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बोधिसत्व बाबा साहेब की 67 वां महापरिनिर्वाण दिवस, बुद्धा पीस मार्च के रूप में मनाया गया

 





 

चंडीगढ़ 6 दिसंबर: बोधिसत्व बाबा साहेब की 67 वां महापरिनिर्वाण दिवस धम्मभूमि चंडीगढ़ में  बोधिसत्व बाबा साहेब की 67 वां महापरिनिर्वाण दिवस बुद्धा पीस मार्च के रूप में मनाया गया l बुद्धा पीस मार्च रामदरबार फेस  फेस -2 के श्री गुरु रविदास मंदिर से होते हुए फेस 1 के मार्किट एवं गलियों से होकर फेस 2 के गुरु रविदास मंदिर पर समापन हुआ l उसके बाद बुद्ध वंदना और सब्बसुख गाथा की गई और बाबा साहेब के महापरिनिर्वाण पर चर्चा  की गई l


  1. बोधी दिवस बौद्ध अवकाश है जो प्रतिवर्ष 8 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन भगवान बुद्ध, सिद्धार्थ गौतम (शाक्यमुनि), ने आत्मज्ञान का अनुभव किया था,[1] जिसे संस्कृत और पालि भाषा में बोधी के रूप में भी जाना जाता है। परंपरा के अनुसार, गौतम बुद्ध ने एक पीपल के पेड़ के नीचे बैठ कर मानव जीवन में दुखों के कारण का समाधान खोजने के लिए कई वर्षों तक ध्यान किया था।[2]

    संदर्भ


  2. "Buddhist Holidays". मूल से 2017-12-06 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2010-10-17.

  3. Life of Buddha

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