चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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कर्ज के लिए पाकिस्तान ने 6 मंत्रालय किए बंद, 1.5 लाख नौकरियां खत्म

 


पाकिस्तान का आर्थिक संकट गंभीर रूप से बढ़ गया है, जिसके चलते वहां की सरकार ने कड़े फैसले लिए हैं। IMF और अन्य वित्तीय संस्थाओं से कर्ज पाने के लिए पाकिस्तान ने 6 मंत्रालयों को बंद कर दिया है और 1.5 लाख सरकारी नौकरियों को खत्म कर दिया है। इसके अतिरिक्त, दो मंत्रालयों को आपस में मर्ज कर दिया गया है।

IMF की शर्तें और उनके प्रभाव:
IMF से 7 अरब डॉलर का कर्ज प्राप्त करने के लिए पाकिस्तान सरकार ने कई कठिन शर्तों को स्वीकार किया है। इनमें टैक्स टू जीडीपी रेशियो बढ़ाना, एग्रीकल्चर और रियल एस्टेट पर टैक्स लगाना शामिल है। इससे पहले भी पाकिस्तान ने IMF, वर्ल्ड बैंक, और एशियन डेवलपमेंट बैंक से कर्ज के लिए बातचीत की थी, लेकिन तत्काल सहायता प्राप्त नहीं हो सकी थी।

जनता पर प्रभाव:
इन फैसलों का सीधा असर पाकिस्तान की जनता पर पड़ने वाला है, जो पहले से ही महंगाई की मार झेल रही है। अब बढ़े हुए टैक्स का बोझ भी जनता को सहना पड़ेगा।


सम्बंधित घटनाएं:

  1. वित्तीय संकट का कारण: पाकिस्तान का बढ़ता कर्ज, घटता विदेशी मुद्रा भंडार और कमजोर आर्थिक नीतियां इस संकट का कारण बनी हैं।
  2. आर्थिक सुधारों की जरूरत: IMF ने सुधारों के तहत पाकिस्तान से कराधान और सरकारी खर्चों में सुधार की मांग की है।
Source: https://x.com

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