चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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24 अक्टूबर 2024 का गुरु पुष्य नक्षत्र: खरीदारी के लिए क्यों है खास

24 अक्टूबर 2024 का गुरु पुष्य नक्षत्र: खरीदारी के लिए क्यों है खास

 

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भारतीय संस्कृति और ज्योतिष में गुरु पुष्य नक्षत्र को अत्यंत शुभ और लाभकारी समय माना जाता है। यह विशेष योग बृहस्पति ग्रह (गुरु) और पुष्य नक्षत्र के संयोग से बनता है, जो इसे किसी भी शुभ कार्य, निवेश, या खरीदारी के लिए सबसे उपयुक्त बनाता है। 24 अक्टूबर 2024 को पड़ने वाला गुरु पुष्य नक्षत्र उन लोगों के लिए एक विशेष अवसर है, जो नई संपत्ति, गहने, वाहन, या किसी भी महत्वपूर्ण वस्तु की खरीदारी करने की योजना बना रहे हैं।

इस लेख में हम जानेंगे कि 24 अक्टूबर 2024 का गुरु पुष्य नक्षत्र क्यों इतना खास है और इस दिन कौन-कौन सी चीज़ों की खरीदारी लाभकारी हो सकती है।

गुरु पुष्य नक्षत्र का महत्व

गुरु पुष्य नक्षत्र का ज्योतिषीय महत्व अद्वितीय है। इस योग में बृहस्पति ग्रह और पुष्य नक्षत्र का संयोग होता है, जो धार्मिक, आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से अत्यंत शुभ माना जाता है। गुरु यानी बृहस्पति ग्रह ज्ञान, समृद्धि, और धार्मिकता का प्रतीक है, जबकि पुष्य नक्षत्र को सबसे शुभ नक्षत्रों में गिना जाता है, जो समृद्धि, उन्नति, और सौभाग्य की ऊर्जा को बढ़ावा देता है।

इस दिन किए गए सभी कार्य जैसे—खरीदारी, निवेश, नए कार्य की शुरुआत, और व्यापारिक समझौते, अत्यधिक सफल और फलदायी माने जाते हैं। यह समय ऐसा माना जाता है कि जो भी वस्तु इस दौरान खरीदी जाती है, वह व्यक्ति के जीवन में स्थिरता, सुरक्षा और समृद्धि लाती है।

24 अक्टूबर 2024 को गुरु पुष्य नक्षत्र क्यों है खास?

24 अक्टूबर 2024 को गुरु पुष्य नक्षत्र का विशेष संयोग बन रहा है, जो इस दिन को खास बनाता है। इस दिन बृहस्पति और पुष्य नक्षत्र का योग बनना अत्यधिक शुभ माना जाता है। आइए जानें इस दिन खरीदारी करने के पीछे के प्रमुख कारण:

  1. धन और समृद्धि का संयोग: बृहस्पति ग्रह को धन और समृद्धि का कारक माना जाता है। जब पुष्य नक्षत्र इस ग्रह के साथ होता है, तो यह आर्थिक वृद्धि और संपत्ति में स्थायित्व का प्रतीक बनता है। इस दिन कोई भी कीमती वस्तु खरीदना जैसे—सोना, चांदी, गहने या जमीन, आपके आर्थिक जीवन में समृद्धि और वृद्धि ला सकता है।

  2. शुभ समय में निवेश: गुरु पुष्य नक्षत्र को किसी भी प्रकार के निवेश के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है। अगर आप शेयर बाजार, रियल एस्टेट, या किसी अन्य क्षेत्र में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आपको लंबे समय तक लाभ प्रदान कर सकता है।

  3. व्यापार और व्यवसाय की शुरुआत: अगर आप अपने व्यवसाय का विस्तार करना चाहते हैं या कोई नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो 24 अक्टूबर 2024 का गुरु पुष्य नक्षत्र इसके लिए एक उत्कृष्ट समय है। इस दिन की गई शुरुआत भविष्य में सफलता और स्थायित्व का मार्ग प्रशस्त कर सकती है।

  4. वाहन और संपत्ति की खरीद: इस दिन कोई नया वाहन या संपत्ति खरीदना अत्यधिक लाभकारी होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु पुष्य नक्षत्र में खरीदी गई संपत्ति दीर्घकालिक लाभ और संपत्ति में वृद्धि का संकेत देती है।

  5. गहनों की खरीदारी: भारतीय परंपरा में गहनों की खरीदारी को शुभ माना जाता है, और गुरु पुष्य नक्षत्र सोना और चांदी जैसे कीमती धातुओं की खरीद के लिए सबसे अच्छा समय है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन खरीदे गए गहने परिवार में धन और सौभाग्य को बनाए रखते हैं।

24 अक्टूबर 2024 को खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त

गुरु पुष्य नक्षत्र के दौरान पूरा दिन शुभ माना जाता है, लेकिन फिर भी कुछ विशेष मुहूर्त होते हैं, जब आप अपनी खरीदारी को और भी लाभकारी बना सकते हैं।

  • प्रातःकाल शुभ मुहूर्त: सुबह 06:45 से 08:30 बजे तक
  • अपराह्न मुहूर्त: दोपहर 01:00 से 02:45 बजे तक
  • सायंकाल मुहूर्त: शाम 04:00 से 06:00 बजे तक

इन शुभ मुहूर्तों में खरीदारी करने से आप अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

गुरु पुष्य नक्षत्र पर खरीदारी करते समय ध्यान रखने योग्य बातें

  1. धार्मिक अनुष्ठान: इस दिन खरीदारी करने के बाद, नई वस्तु का विधिवत पूजन करना चाहिए। यह धार्मिक अनुष्ठान आपके द्वारा खरीदी गई वस्तु को सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है।

  2. सही निर्णय लें: गुरु पुष्य नक्षत्र शुभ समय होता है, लेकिन यह भी आवश्यक है कि आप अपने बजट और आवश्यकताओं के अनुसार ही खरीदारी करें। भावनाओं में बहकर अनावश्यक खर्च से बचें।

  3. दीर्घकालिक लाभ: इस दिन की गई खरीदारी का उद्देश्य केवल तात्कालिक सुख नहीं, बल्कि दीर्घकालिक लाभ और सुरक्षा होनी चाहिए। विशेषकर संपत्ति या वाहन खरीदते समय अपनी भविष्य की आवश्यकताओं और संभावनाओं पर ध्यान दें।

निष्कर्ष

24 अक्टूबर 2024 को गुरु पुष्य नक्षत्र एक अत्यंत शुभ अवसर है, जब आप अपने जीवन में समृद्धि, सफलता और स्थिरता लाने के लिए महत्वपूर्ण वस्तुओं की खरीदारी कर सकते हैं। चाहे वह गहने हों, संपत्ति, वाहन, या किसी भी प्रकार का निवेश, इस दिन किया गया हर कार्य आपके भविष्य को संवार सकता है। इस अवसर को व्यर्थ न जाने दें और अपनी महत्वपूर्ण योजनाओं को इस शुभ दिन पर क्रियान्वित करें।

गुरु पुष्य नक्षत्र आपके जीवन में खुशहाली और सफलता का मार्ग प्रशस्त करेगा, बस सही समय पर सही निर्णय लेकर इसका लाभ उठाएं।

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