Martyrdom of Sri Guru Tegh Bahadur

हिंदू धर्म के रक्षक श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत से एक दिन पहले उन्हें डराने के लिए चांदनी चौंक में उनके सिख भाई मति दास जी को आरे से दो टुकड़े कर दिए गए,भाई सती दस जी को रुई में लपेट जिंदा जलाया गया, भाई दयाल जी को देग में उबाल कर शहीद किया गया। उनकी शहादत को बारम्बार प्रणाम 

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राजनाथ सिंह का पाकिस्तान को खुला ऑफर: "कटोरा लेकर दुनिया में क्यों घूमते हो, हमसे ले लो!"

राजनाथ सिंह का पाकिस्तान को खुला ऑफर: "कटोरा लेकर दुनिया में क्यों घूमते हो, हमसे ले लो!"

जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में आयोजित एक सभा के दौरान भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर करारा तंज कसा। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, "पाकिस्तान अगर हमसे दोस्ती बनाए रखता तो हमें IMF से ज्यादा सहायता राशि देते।" राजनाथ सिंह का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है और बार-बार IMF और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से कर्ज मांगने पर मजबूर हो रहा है।

रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान के मौजूदा हालात पर कटाक्ष करते हुए कहा, "पाकिस्तान कटोरा लेकर दुनिया में क्यों घूमता है? अगर उसने हमसे दोस्ती बनाए रखी होती, तो उसे IMF से ज्यादा मदद मिल जाती।" राजनाथ सिंह ने यह भी याद दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014-15 में जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए एक विशेष पैकेज की घोषणा की थी, जो अब बढ़कर 90,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि यह राशि पाकिस्तान द्वारा IMF से मांगी जा रही राशि से कई गुना अधिक है।

यह बयान उस समय दिया गया जब पाकिस्तान लगातार IMF से कर्ज लेने की कोशिश कर रहा है, जबकि उसकी आंतरिक और बाहरी आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है। राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में स्पष्ट किया कि अगर पाकिस्तान ने भारत के साथ अच्छे संबंध बनाए होते, तो उसे ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता।

राजनाथ सिंह का यह बयान जम्मू-कश्मीर में विकास और समृद्धि के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए जो प्रतिबद्धता दिखाई है, वह पाकिस्तान के विकास की तुलना में कहीं अधिक प्रभावी है। उनका यह बयान भारत की आर्थिक स्थिरता और विकास के प्रति दृढ़ता को भी दर्शाता है, जो देश के विभिन्न हिस्सों को प्रगति के पथ पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।

रक्षा मंत्री का यह बयान अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की स्थिति पर सीधा प्रहार करता है और यह संदेश देता है कि भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ शांति और सहयोग के लिए तैयार है, बशर्ते वे दोस्ती और सहयोग के हाथ बढ़ाएं।

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