चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

News

नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली! Nayab Singh Saini Chief Minister of Haryana

 


नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली!

हरियाणा की राजनीति में बड़ा बदलाव आया है, जब नायब सिंह सैनी ने राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। नायब सिंह सैनी, जो अपनी सादगी और जनसेवा के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते हैं, ने शपथ लेते हुए हरियाणा के समग्र विकास और समाज के सभी वर्गों के उत्थान का संकल्प लिया।

शपथ ग्रहण समारोह में कई बड़े नेताओं और गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही। सैनी ने अपने भाषण में जनता को यह भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार पारदर्शिता, विकास और न्याय को प्राथमिकता देगी। उनका मुख्य फोकस राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे के सुधार पर रहेगा।

मुख्यमंत्री पद की शपथ के साथ ही नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के विकास की दिशा में एक नए अध्याय की शुरुआत की है।

Comments