चिन्मस्तिका देवी: Devi Chhinnamasta

  चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप चिन्मस्तिका देवी का स्वरूप अद्भुत और असामान्य है। उनके इस अद्वितीय रूप का गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व है। मस्तक का स्वयं बलिदान: देवी ने अपने ही मस्तक को काटकर उसे हाथ में थाम रखा है। उनके गले से तीन धाराओं में रक्त प्रवाहित हो रहा है, जो जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक है। तीन रक्त की धाराएँ: पहली धारा देवी के मुख में जा रही है। अन्य दो धाराएँ उनके दोनों सहायकों या दासियों के मुख में जा रही हैं, जो तृप्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। कमल पर खड़े रहना: देवी एक विशाल कमल के फूल पर खड़ी हैं, जो ब्रह्मांडीय चेतना और शुद्धता का प्रतीक है। शिव पर खड़े रहना: देवी अपने चरणों से भगवान शिव के शरीर पर खड़ी हैं, जो जड़ता (passivity) और शक्ति (energy) के सामंजस्य को दर्शाता है। आभूषण और माला: उनके गले में नरमुंडों की माला और शरीर पर साधारण आभूषण हैं, जो जीवन की क्षणभंगुरता और मृत्यु की अपरिहार्यता को दर्शाते हैं। दासी रूप में संगिनी: उनके दोनों ओर उनकी सहायक दासियाँ हैं, जो उनके दिव्य बल और शक्ति में सहयोगी हैं। पौराणिक कथा और महत्व चिन्मस्तिका देवी के इस र...

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माता मनसा देवी मंदिर, गाँव लौहारी, पानीपत (हरियाणा) : Mata Mansa Devi Temple Village Lohari, Panipat, Haryana

 

 





हरियाणा के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरती पर स्थित गाँव लौहारी में माता मनसा देवी का मंदिर, भक्ति और आस्था का एक केंद्र बनने जा रहा है। यह मंदिर न केवल गाँववासियों बल्कि आस-पास के क्षेत्रों के श्रद्धालुओं के लिए भी आध्यात्मिक प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

मंदिर का महत्व
माता मनसा देवी, जिन्हें श्रद्धालु "मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाली देवी" के रूप में पूजते हैं, शक्ति का प्रतीक हैं। देवी की पूजा विशेष रूप से नवरात्रों और अन्य धार्मिक अवसरों पर की जाती है। यह मंदिर क्षेत्रीय संस्कृति और धार्मिक आस्था को सशक्त करेगा।


मंदिर निर्माण का उद्देश्य

  • धार्मिक आस्था को मजबूत करना:
  • मंदिर में पूजा-अर्चना, हवन, और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन होगा, जिससे श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति प्राप्त होगी।

सामुदायिक विकास:
यह मंदिर स्थानीय समुदाय को एकजुट करने का माध्यम बनेगा और धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करेगा।


सामाजिक सेवा:
मंदिर परिसर में अन्नदान, स्वास्थ्य शिविर, और शिक्षा संबंधी सेवाओं का आयोजन किया जाएगा।
मंदिर निर्माण की प्रगति

  • स्थान चयन: गाँव लौहारी के केंद्र में भूमि का चयन किया गया है।
  • डिज़ाइन: मंदिर का डिज़ाइन प्राचीन और आधुनिक वास्तुकला का संगम होगा।
  • स्थापत्य: मंदिर के निर्माण में विशेष पत्थर और पारंपरिक शिल्प का उपयोग किया जाएगा।
  • सुविधाएँ: मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन के लिए हॉल, ध्यान कक्ष, और प्रसाद वितरण केंद्र बनाए जाएंगे।
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"आओ, मिलकर माता मनसा देवी के मंदिर निर्माण में अपना योगदान दें और इस पवित्र कार्य में सहभागी बनें।
आपकी सेवा और सहयोग से यह मंदिर धर्म, सेवा और संस्कार का एक प्रेरणास्त्रोत बनेगा।”


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